राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जलेसर ( एटा) उ0 प्र0
जनपद एटा की घुघरू एवं घंटा नगरी के नाम से सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रसिद्ध तहसील जलेसर है, यह शहर अपने चारों ओर के प्रसिद्ध नगरों, एटा से 40 किमी., फिरोजाबाद से 38 किमी., हाथरस से 28 किमी., अलीगढ़ से 65 किमी. तथा आगरा से 52 किमी. की दूरी पर सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। यह शहर रेल मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। मूलतः कृषि प्रधान क्षेत्र जलेसर में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही उच्च शिक्षा का नितान्त अभाव था लेकिन समाज के सुधिजनों का सद्प्रयास एवं उ. प्र. शासन का आशीर्वाद रंग लाया और अन्ततोगत्वा 19 अगस्त, 1983 में हिन्दू एजुकेशन ट्रस्ट, जलेसर द्वारा दानस्वरूप उपलब्ध15.29 एकड़ भूमि पर राजकीय महाविद्यालय की स्थापना जलेसर कस्बे में हुई।
वर्तमान में यह अलीगढ़ मंडल की राजकीय शिक्षण संस्थाओं में सबसे बड़ा महाविद्यालय है। महाविद्यालय के वर्तमान भवन का निर्माण 1992 में हुआ जिसमें वाणिज्य तथा कला संकाय की कक्षाएँ प्रारम्भ हुई। वर्ष 2005 में महाविद्यालय में उ प्र. शासन द्वारा विज्ञान संकाय का निर्माण कराया गया। वर्तमान में रूसा योजना के तहत विज्ञान संकाय में नवनिर्मित भवन में
एम.एस.सी. जन्तु विज्ञान की कक्षाएं संचालित हैं।
महाविद्यालय विकास-एक दृष्टि में
नाम |
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जलेसर (एटा) |
स्थापना वर्ष |
19 अगस्त, 1983 |
महाविद्यालय परिसर का क्षेत्रफल |
15.29 एकड़ |
संबद्धता |
राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ |
संकाय |
विज्ञान, कला, वाणिज्य बी.एससी., बी. ए., बी. कॉम. |
स्नातक पाठ्यक्रम |
बी.एससी., बी. ए., बी. कॉम. |
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम |
एम. ए., राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, एम. एस. सी. जन्तु विज्ञान |
कला तथा वाणिज्य स्नातक कक्षाओं का प्रारम्भ |
सन् 1983 |
विज्ञान संकाय (बायो तथा गणित संवर्ग) की कक्षाओं का प्रारम्भ |
सन् 1993 |
स्नातकोत्तर स्तर पर अर्थशास्त्र एवं राजनीति विज्ञान की कक्षाओं का प्रारम्भ |
सन् 2001 |
एम. एस. सी. जन्तु विज्ञान |
01 जुलाई, 2022 |
नैक पीयर टीम द्वारा महाविद्यालय का मूल्यांकन |
20 एवं 21 दिसम्बर, 2010 |
नैक द्वारा बी ग्रेड प्रदान करने की तिथि |
दिनांक 8 जनवरी, 2011 |